
बिलावास की पावन भूमि
श्री बिलावास गौशाला सेवा समिति में आपका स्वागत है - जहाँ करुणा, सेवा और भक्ति का संगम होता है। हमारी यात्रा में शामिल हों और इस पवित्र मिशन का हिस्सा बनें।
बिलावास नगरे एक संक्षिप्त इतिहास
बिला की ढाणी से बिलावास - अब बिलावास विला सिटी से जानी जाती है। भारत वर्ष की पावन धरा जहाँ एक तरफ अपने सुरम्य प्राकृतिक सौन्दर्य व देव नगरी के लिए जग विख्यात है। इस पुण्य धरा पर अवतरित माँ आईजी विक्रम संवत 1529 में बिलावास अपने नन्दी के साथ शाम को बिलोजी पंवार के घर पधारे और बिलोजी पंवार व उनकी धर्मपत्नी ने माताजी की बहुत निष्काम भाव से सेवा की और जब सुबह हुई तो बिलोजी व उनकी धर्मपत्नी ने माताजी को दण्डवत प्रणाम किया और बिलोजी की धर्मपत्नी ने यहां ही रहने का आग्रह किया तब माताजी ने उनकी सेवा से अत्यन्त प्रसन्न होकर बिलोजी को आशिर्वाद दिया की बिला थारी ढाणी वेदे सवायं।
मां आईजी का आशिर्वाद फलीभुत हुआ उनके वरदान से राजस्थान के पाली जिला के सोजत तहसील में सुनहरे गौरवशाली इतिहास का साक्षी है आज बिला की ढाणी बिलावास के नाम से जाना जाता है जिसमें गाँव के मध्य अत्यन्त प्राचिन कृष्ण भगवान का मन्दिर, शान्तिनाथ भगवान का मन्दिर, आईमाता का मन्दिर, सोनाणा खेतलाजी व शिव मन्दिर, सत्यनारायण भगवान व रामदेवजी मन्दिर, शीतला माता मन्दिर, राजकीय व सेकन्ड्री हाईस्कूल व बहुत ही सुन्दर गौशाला है जिसमें 1200 गौ-माता का निवास है और गौशाला के बिचो बिच संगमरमर पत्थर का कृष्ण भगवान के मन्दिर का निर्माण कार्य चालु है। आज बिलावास में लगभग 3500 घरों की हर जाती के लोगों की बस्ती है। यहाँ का प्रत्येक परिवार गौशाला से जुड़ा हुआ है।

संख्याओं में हमारा प्रभाव
करुणा और सामूहिक कार्रवाई की शक्ति के माध्यम से हम जो कुछ भी हासिल करते हैं, उस पर हमें गर्व है।
0+
आश्रित गायें
0+
समर्पित स्वयंसेवक
0+
खुश दाता
हमारी सेवाएँ और गतिविधियाँ
हमारी गौशाला सिर्फ एक आश्रय नहीं है; यह देखभाल, पोषण और सेवा का एक जीवंत केंद्र है, जहाँ हर गाय को सम्मान और प्रेम के साथ पाला जाता है।
हम सुनिश्चित करते हैं कि हमारी सभी गायों को पौष्टिक, संतुलित भोजन और स्वच्छ, आरामदायक वातावरण मिले।
हमारी गौशाला में एक समर्पित चिकित्सा इकाई है जहाँ नियमित स्वास्थ्य जांच और बीमार गायों का उपचार किया जाता है।
हम सक्रिय रूप से परित्यक्त और संकटग्रस्त गायों को बचाते हैं, उन्हें एक सुरक्षित आश्रय और सम्मान का जीवन प्रदान करते हैं।
गैलरी: हमारी गौशाला के कुछ पल
हमारी गौशाला के शांत और करुणामय वातावरण की एक झलक देखें।












इस नेक काम में हमारा साथ दें
आपका उदार योगदान हमें इन पवित्र आत्माओं की देखभाल जारी रखने में सक्षम बनाता है। प्रत्येक दान एक अंतर बनाता है।
स्कैन करके दान करें

बैंक ट्रांसफर
SHREE BILAWAS GOSHALA SEWA SAMITI
A/C: 89480100018080
IFSC: BARB0VJCMBA
BANK OF BARODA
दान करने के बाद, कृपया अपना विवरण हमें बताएं ताकि हम आपको रसीद भेज सकें।
दान रिकॉर्ड करेंश्री बिलावास गौशाला की विभिन्न योजनाएं
प्रतिष्ठा निमित्त सहयोगी | |||
---|---|---|---|
डायमंड सहयोगी | ₹ 1,00,000 /- | पत्रिका में 4 फोटो व नाम | |
स्वर्ण सहयोगी | ₹ 50,000 /- | पत्रिका में 2 फोटो व नाम | |
रजत सहयोगी | ₹ 31,000 /- | पत्रिका में 1 फोटो व नाम | |
गौशाला में आजीवन सहयोग | |||
1100 फीट शेड लाभार्थी | ₹ 11,00,000 /- | शिलालेख पर नाम | |
550 फीट शेड लाभार्थी | ₹ 5,50,000 /- | शिलालेख पर नाम | |
पानी की विशाल टंकी | ₹ 5,10,000 /- | शिलालेख पर नाम |
* कृपया उपरोक्त योजनाओं में लाभ लेकर पुण्य संचय करें। *
ट्रस्ट कार्यकारिणी

1008 घनश्याम दासजी महाराज
मार्गदर्शक

श्री गजराज पगारिया
चेयरमेन

संघवी श्री इन्दरचन्द बोहरा
अध्यक्ष

संघवी श्री नरेन्द्र आच्छा
सचिव

श्री अमराराम चोयल
कोषाध्यक्ष
एक स्वयंसेवक बनें और एक अंतर लाएं
क्या आप हमारे मिशन के प्रति जुनूनी हैं? हम हमेशा ऐसे समर्पित व्यक्तियों की तलाश में रहते हैं जो हमारी टीम में शामिल हो सकें और इस नेक काम में योगदान दे सकें।
हमसे संपर्क करें